नए साल में कब है मकर संक्रांति का पर्व? जानें स्नान-दान मुहूर्त और पुण्यकाल
ajay kumar report
नए साल में मकर संक्रांति का पर्व उस दिन मनाया जाता है, जिस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं. जिस क्षण वे मकर राशि में प्रवेश करते हैं, वह समय सूर्य की मकर संक्रांति कहलाती है. मकर संक्रांति के दिन देश की पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है. उसके बाद सूर्य देव की पूजा करते हैं और दान पुण्य करते हैं. वैसे तो मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन कई बार इसकी तिथि में अंतर भी होता है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि नए साल 2023 में मकर संक्रांति कब है और स्नान-दान तथा पुण्यकाल का समय क्या है? मकर संक्रांति 2023 पंचांग के अनुसार, सूर्य देव का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी दिन शनिवार की रात 08 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है. यह समय सूर्य की मकर संक्रांति का क्षण है. इस आधार पर मकर संक्रांति क्षण 14 जनवरी को है, लेकिन मकर संक्रांति कर स्नान दान और पूजा पाठ अगले दिन 15 जनवरी रविवार को होगा. इस वजह से नए साल में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्यकाल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से प्रारंभ हो रहा है और यह शाम 05 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. मकर क्रांति का महा पुण्यकाल सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 09 बजे तक रहेगा.