*आईटीआई पास आउट निकला नकली करेंसी का मास्टरमाइंड : करेंसी तैयार करने के सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद*
ravinder singh report

उदयपुर 13 अप्रैल। 8 अप्रैल को सुखेर पुलिस द्वारा पकड़े गए 64500 के नकली नोट मामले में थाना सूरजपोल पुलिस की टीम द्वारा नकली नोट तैयार करने के मास्टरमाइंड प्रतापगढ़ के इंद्रा कॉलोनी निवासी गौरव कुमावत पुत्र समरथ मल को गिरफ्तार कर 200, 500 और 2000 रुपये के नकली नोट तैयार करने के उपयोग में लिए गए उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी ने अब तक 10 लाख रुपए के नोट बाजार में उतारना स्वीकार किया है। एसपी विकास शर्मा ने बताया कि 8 अप्रैल को सुखेर थानाधिकारी संजय शर्मा द्वारा 500-500 के रूप में 64500 रुपये की भारतीय नकली नोट बरामद कर मध्यप्रदेश के मंदसौर निवासी चेतन भावसार को गिरफ्तार किया था। मामले का अग्रिम अनुसंधान थाना सूरजपोल पुलिस द्वारा किया जा रहा था। अनुसंधान अधिकारी एसआई वीरम सिंह मय टीम द्वारा अब नकली नोट तैयार करने के मास्टरमाइंड गौरव कुमावत को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की टीम ने आरोपी के मकान से 200, 500 और 2000 रुपये के नकली नोट तैयार करने के लिए उपयोग में लिए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक संसाधन लैपटॉप, टेबलेट, कलर प्रिंटर, डाटा केबल, पेन ड्राइव आदि बरामद किए हैं। पूछताछ में आरोपी ने अब तक 10 लाख रुपयों के भारतीय जाली नोट तैयार कर बाजार में प्रचलित करना स्वीकार किया है। आरोपी गौरव कुमावत ने आईटीआई कर रखी है। 2 साल से अपने साथियों के साथ मिलकर यूट्यूब से नकली नोट बनाने का तरीका सीख रहा था। करीब 1 साल से नकली नोट बनाकर खुद और अपने गैंग के सदस्यों के माध्यम से भारत के अलग-अलग राज्यों में इन नोटों को प्रचलित कर अपने शौक और मौज पूरा कर रहा था। असली नोट प्राप्त कर दोगुनी राशि के नकली नोट अपने गैंग के मार्फत विश्वसनीय व्यक्तियों को बाजार में खपाने के लिए देता था। अनुसंधान के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। इस कार्रवाई में एसपी प्रतापगढ़, सीओ प्रतापगढ़ और एसएचओ कोतवाली की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।