शोध प्रविधि कार्यशाला में सांख्यिकी तथा प्रभावी लेखन कौशल पर व्याख्यान।
Girish Saini Reports

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के स्वराज सदन में फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलोजी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शोध प्रविधि कार्यशाला में दूसरे दिन पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के प्रो. सुरेश कुमार शर्मा, भारतीय विद्यापीठ इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन्ज एंड मैनजमेंट, नई दिली के प्रो. एम.एन. होडा तथा एनडीआरआई, करनाल की डा. विनिता सरोहा ने विशेष व्याख्यान दिया। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस शोध प्रविधि कार्यशाला में सुबह के सत्र में प्रो. सुरेश कुमार शर्मा ने- डिस्क्रिप्टिव स्टेटिसटिक्स, कोरिलेशन एंड रिग्रैशन एलोंग विद पैरामेट्रिक टेस्ट विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने सांख्यिकी से जुड़ें विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इससे जुड़ी एप्लीकेशन्ज बारे व्यावहारिक जानकारी दी। दोपहर बाद के सत्र में प्रो. एम.एन. होडा ने- द आर्ट ऑफ राइटिंग क्वालिटी रिसर्च पेपर्स विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने प्रभावी लेखन कौशल की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसका व्यावहारिक ज्ञान शोधार्थियों के साथ सांझा किया। शाम के सत्र में डा. विनिता सरोहा ने-नेवीगेटिंग द पॉथवेज ऑफ पब्लिशिंग इन हाई-क्वालिटी जर्नल्स विषय पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं ने शोध पत्र प्रकाशित करने के महत्त्वपूर्ण टिप्स शोधार्थियों को बताए। इस कार्यशाला के कंवीनर एवं फैकल्टी ऑफ फिजिकल साइंसेज के डीन प्रो. एस.सी. मलिक ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। सुबह के सत्र में डा. मोनिका ने तथा शाम के सत्र में डा. छवि राणा ने आभार जताया। इस मौके पर कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन्ज विभाग के अध्यक्ष प्रो. नसीब सिंह गिल, गणित विभाग के अध्यक्ष प्रो. दलीप सिंह, कार्यशाला समन्वयक डा. राजेश व डा. मोनिका, को-कोआर्डिनेटर डा. राजेश मलिक व डा. छवि राणा समेत शिक्षक एवं प्रतिभागी शोधार्थी मौजूद रहे।