गुजवि में छह दिवसीय सूर्य नमस्कार कार्यक्रम संपन्न।

Girish Saini Reports

गुजवि में छह दिवसीय सूर्य नमस्कार कार्यक्रम संपन्न।

रोहतक। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के फिजियोथेरेपी विभाग के सौजन्य से 75 लाख सूर्य नमस्कार अभियान के अंतर्गत जारी छह दिवसीय सूर्य नमस्कार कार्यक्रम संपन्न हुआ। कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज ने अपने संदेश में कहा है कि भारत में ऋषियों, मुनियों और महात्माओं की समृद्ध परम्परा है। योग एवं प्राणायाम भारत की विश्व को अद्भुत देन है। भारत की योग परम्परा को अब समूचे विश्व ने सम्मान देना आरम्भ कर दिया है। भारत की पहल पर शुरू किया गया विश्व योग दिवस भारतीय योग परम्परा का श्रेष्ठ सम्मान है। उन्होंने सूर्य नमस्कार को सम्पूर्ण व्यायाम बताते हुए कहा कि इससे शरीर के सभी अंगों का व्यायाम होता है। विभागाध्यक्ष डॉ. शबनम जोशी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार हमें ऊर्जा, मजबूती, संतुलन व स्थिरता प्रदान करता है। यह वजन घटाने में मदद करता है। मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत करता है व त्वचा की रंगत में सुधार करता है। तनाव के स्तर को कम करता है व पूरे शरीर को टोन करता है। इस मौके पर सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों व गैर शिक्षक कर्मचारियों ने सूर्य नमस्कार का सामूहिक रुप से अभ्यास किया। सूर्य नमस्कार का अभ्यास सहायक प्राध्यापक मानव कुमार ने करवाया। स्वागत भाषण सहायक प्राध्यापिका निहारिका सिंह रोजड़िया ने दिया। योगाचार्य प्रकाश ने सभी प्रतिभागियों को नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि वे सूर्य नमस्कार के अभ्यास द्वारा अपनी प्रतिभाओं को विकसित कर विश्वविद्यालय व राष्ट्र के उत्थान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। डॉ. नवीन कौशिक ने समस्त प्रतिभागियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए मंत्रोच्चारण कर कार्यक्रम का समापन करवाया। इस मौके पर एमएससी योग साइंस एंड थेरेपी के विद्यार्थियों शेखर, योगिता व दीक्षा द्वारा कठिन योगाभ्यास की विशेष प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर डॉ. जसप्रीत कौर, डॉ. मनोज मलिक, डॉ. कालिंदी, डॉ. रामनिवास, डॉ. सोनू पुनिया, डॉ. रेखा, डॉ. सुजाता, डॉ. वंदना, डॉ. वरुण पूनिया, डॉ. ममता, डॉ. मीनाक्षी बागड़ी, डॉ. अल्का, डॉ. चारू, डॉ. उषा, मानव कुमार, कर्मचारी मुनीष, मोहन, हरमिंदर सिंह, दयावंती, सुनीता, चंचल व रेणु सहित विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे।