गुणवत्तापरक शोध के लिए मौलिक चिंतन जरूरीः प्रो. सुदेश

रोहतक, गिरीश सैनी

गुणवत्तापरक शोध के लिए मौलिक चिंतन जरूरीः प्रो. सुदेश

शोध के जरिए शोधार्थी नए विचारों एवं अनुसंधानों को सामने लाएं, जिससे राष्ट्र एवं समाज को दिशा और औद्योगिक क्रांति को बल मिले। यह उद्गार भगत फूल सिंह महिला विवि, खानपुर कलां की कुलपति प्रो. सुदेश ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज एंड कॉमर्स तथा फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेज के शोधार्थियों के लिए -रिसर्च मैथडोलॉजी विषयक सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला की मुख्य अतिथि प्रो. सुदेश ने अपने संबोधन में कहा कि गुणवत्तापरक शोध के लिए मौलिक चिंतन जरूरी है। शोध के लिए यदि शोधार्थी में चिंतनशील होने का गुण नहीं है तो वह अपने शोध विषय की बारीकियों को सही ढंग से नहीं समझ सकेगा और न ही अपने शोध में नए परिणाम की प्राप्ति तक पहुंच सकेगा। उन्होंने इस तरह की कार्यशाला के आयोजन के लिए एमडीयू को बधाई देते हुए एमडीयू की इस नूतन पहल की सराहना की। एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में शोधार्थियों को गुणवत्तापरक शोध करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि शोध का विषय ऐसा हो, जिसकी जीवन और समाज के लिए उपयोगिता हो। शोध केवल पीएचडी डिग्री प्राप्त करने तक सीमित न हो, अपितु यह समाज हितकारी तथा समस्या उन्मूलक हो, ऐसा कुलपति का कहना था। उन्होंने कहा कि एमडीयू में शोध को पूरा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो शोधार्थी जेआरएफ/यूआरएस नहीं है, उनको भी एमडीयू शोध छात्रवृत्ति देगा। डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने शोधार्थियों से शोध कार्य की गुणवत्ता एवं उपयोगिता बढ़ाने पर फोकस करने की बात कही। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के निदेशक प्रो. ए.के. राजन ने इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित की जाने वाली शोध एवं शैक्षणिक गतिविधियों का ब्यौरा दिया। शोध निदेशक प्रो. अनिल के. छिल्लर ने शोधार्थियों को शोध की गुणवत्ता एवं उपयोगिता पर फोकस करने के लिए प्रोत्साहित किया। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज एंड कॉमर्स के डीन प्रो. ऋषि चौधरी ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेज के डीन प्रो. कंवर चौहान ने कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। भूगोल विभागाध्यक्ष एवं कार्यशाला समन्वयक प्रो. महताब सिंह ने आभार प्रदर्शन किया। इमसॉर की प्राध्यापक एवं कार्यशाला कोऑर्डिनेटर डॉ. नीतू निंबरान ने मंच संचालन किया। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, प्राध्यापक एवं शोधार्थी मौजूद रहे।