हे सरकार नियुक्तियों के लिये और कितना इंतज़ार......
Sangeeta Tanwani report

राजस्थान से भारत जोड़ो यात्रा गुजरने के बाद कांग्रेस में एक बार फिर कार्यकर्ताओं की उम्मीदें जग गई हैं। पिछले 4 साल से राजनीतिक और संगठनात्मक नियुक्तियों की बाट जोह रहे नेताओं को अब पार्टी से आखिरी उम्मीद है। हर पांच साल में सरकार बनने के बाद राजनीतिक नियुक्तियां की जाती हैं। इसके अलावा 3 साल में संगठन में फेरदबल भी होता है, लेकिन वर्तमान सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों की पहली सूची ही सवा तीन साल बाद जारी हुई। उसके कुछ समय बाद दूसरी सूची जारी हुई। प्रदेश के 14 यूआईटी में तो अब तक चेयरमैन की कुर्सियां ही खाली हैं। इसके अलावा जयपुर, जोधपुर और अजमेर प्राधिकरणों के अध्यक्षों सहित अन्य कई पद भी खाली पड़े हैं। बार-बार टलती गई नियुक्तियां विधानसभा चुनाव के बाद मई 2019 में लोकसभा चुनाव आ गए। वहीं नवंबर 2019 में प्रदेशभर में निकाय चुनाव हो गए। इसके बाद अप्रैल 2020 में 3 सीटों पर राज्यसभा चुनाव आ गए। इसी बीच कोविड-19 आ गया। कोविड-19 के चलते राजनीतिक नियुक्तियां सरकार की प्राथमिकता से दूर चली गई। 2021 तक यह दौर चलता रहा। जब लगने लगा कि गहलोत अध्यक्ष और पायलट सीएम बनेंगे और फिर एक बार राजस्थान में सब कुछ सही हो जाएगा, तभी नया भूचाल आ गया। 25 सितंबर को कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पीछे हट गए। इसी बीच गुजरात-हिमाचल चुनाव आ गए। दोनों राज्यों के चुनाव खत्म हुए कि भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान आ गई। इन सभी इवेंटस ने एक बार फिर संगठन और राजनीतिक नियुक्तियों को खिसका दिया।